लाइब्रेरी में जोड़ें

हरिहरपुरी कृत सवैया




जब भाव दिखे अनमोल लगे, करते रहना अदला-बदला।

जब मानव दीख पड़े सुथरा,तब सोच नहीं अगला-पिछला।

जब कर्म लगे अति पावन सा, तब स्नेह जगे सबमें सजला।

मन में जब मोहक मूरत हो, उसको कह दो मनुजा पहला।


   6
3 Comments

बेहतरीन

Reply

Sachin dev

06-Jan-2023 06:03 PM

Nice

Reply

Gunjan Kamal

05-Jan-2023 08:45 PM

शानदार प्रस्तुति 👌🙏🏻

Reply